Chand utra tha
tedhe-medhe raste se.
Aya tha meri dahleez pe
khareedne aya tha sapne.
Aajkal bikte hain zameen par
Saste damoN mein sapne…..
Aye the taron ke sang
darakhtoN ne jo patte bheje the.
Ayi thi
lafzon ki talash mein
panchhiyon ke sang meethi dhun.
Aajkal bikte hain zameen par
saste damoN mein sapne
pic- penonpointe.wordpress.com
चाँद उतरा था
टेढ़े-मेढ़े रस्ते से .
आया था मेरी दहलीज़ पे
खरीदने आया था सपने .
आजकल बिकते हैं ज़मीन पर
सस्ते दामों में सपने
आये थे तारों के संग
दरख्तों ने जो पत्ते भेजे थे .
आई थी
लफ़्ज़ों की तलाश में
पंछियों के संग मीठी धुन .
आजकल बिकते हैं ज़मीन पर
सस्ते दामों में सपने
pic- penonpointe.wordpress.com
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल {चर्चामंच} के शुभारंभ पर आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट को हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल में शामिल किया गया है और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा {रविवार} (25-08-2013) को हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल {चर्चामंच} पर की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें। कृपया पधारें, आपके विचार मेरे लिए "अमोल" होंगें | आपके नकारत्मक व सकारत्मक विचारों का स्वागत किया जायेगा | सादर .... Lalit Chahar
ReplyDeletebohat bohat abhaar lalit ji.. meri post ko charchamanch mein sthan dene ke liye apka shukriya.
ReplyDeleteBeautiful. Read the Hindi version.
ReplyDeleteThank you Mridula ji
Deleteखुबसूरत अभिवयक्ति...... .
ReplyDeleteधन्यवाद सुषमा जी।
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