Kuchh boondein barish ki, pyale mein jo baras padi
dekho toh, zayka hi badal gaya is kadwi coffee ka
Bas thoda sa tumhara 'tum' badal deta hai mujhe............
कुछ बूँदें बारिश की, प्याले में जो बरस पड़ी
देखो तो, ज़ायका ही बदल गया इस कड़वी कॉफ़ी का
बस थोड़ा सा तुम्हारा 'तुम' बदल देता है मुझे ………
बेहतरीन !
ReplyDeleteabhaar
Deleteआ गयीं कुछ बूँदें तुम में समा के ...
ReplyDeleteप्रेम का एहसास इन बूंदों के साथ ...
Waah
Deletebohat bohat shukriya aapka
ReplyDeletekhubsurat....
ReplyDeleteAbhaar Sushma ji
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