Wednesday, June 19, 2013

PARIKSHA / परीक्षा

PIC-GOOGLE

कोयल की कूक आज भी पुरानी  यादों को ताज़ा कर देती है।।याद दिला देती है दसवीं की
, जिसे हम बोर्ड  एक्ज़ाम  कहते थे .... एक ओर कोयल की सुरीली तान ,आम के पेड़ पर खिली खिली सी मंजूरी और दूसरी ओर टेबल पर रखी भिन्न- भिन्न विषयों की किताबें और नोट्स ....पढ़ने  बैठो तो कोई न कोई हॉर्लिक्स और पार्ले - जी बिस्कुट भी थमा जाता .........
( अब हॉर्लिक्स का स्थान ले लिया है कॉफी  ने और परीक्षा तो प्रतिदिन देते हैं ..... फिर चाहे कोयल की कूक हो या कौए की कर्कश पुकार ) ...........

1 comment:

  1. right ..very right
    http://www.facebook.com/HINDIBLOGGERSPAGE

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