अस्थिर धारा तुम
नया सृजन ...........
Nirjhara hoon main
asthir dhaaraa tum
naya srijan ............
शब्द सरिता
चंचल अविकल
लिखे कविता .........
shabd sarita
chanchal, avikal
likhe kavita ...........
टूटता तारा
मन्नत में तुम हो
हमेशा थे,हो ....
toot ta tara
mannat mein tum ho
hamesha the,ho...
है अर्धचंद्र
अम्बर पे , खिला - सा
आधा दिल में ...........
hai ardhchandra
ambar pe khila-sa
adhaa dil mein........
मैंने पिरोये
ताने- बाने ,सपने
कविता नहीं .............
maine piroye
taane-baane, sapne
kavita nahin.............
Nirjhara hoon main
asthir dhaaraa tum
naya srijan ............
शब्द सरिता
चंचल अविकल
लिखे कविता .........
shabd sarita
chanchal, avikal
likhe kavita ...........
टूटता तारा
मन्नत में तुम हो
हमेशा थे,हो ....
toot ta tara
mannat mein tum ho
hamesha the,ho...
है अर्धचंद्र
अम्बर पे , खिला - सा
आधा दिल में ...........
hai ardhchandra
ambar pe khila-sa
adhaa dil mein........
मैंने पिरोये
ताने- बाने ,सपने
कविता नहीं .............
maine piroye
taane-baane, sapne
kavita nahin.............
waaaah khub
ReplyDeleteशुक्रिया आप दोनों का ( यशवंत जी & अशोक जी ).........
ReplyDeleteयशवंत जी नयी पुरानी हलचल मैं नियमित रूप से विज़िट करती हूँ ...लिंक करने के लिए धन्यवाद
ReplyDeletewaah ..khoob
ReplyDeleteAbhaar Manav ji....
Deletevery nice Aparna ji
ReplyDeleteThank you so much Chandni ji...
ReplyDeleteअपर्णा जी आपका हाइकु का यह प्रयास बहुत अच्छा है । हाइकु के लिए यहाँ भी देखिएगा-http://hindihaiku.wordpress.com/
ReplyDeleteयहाँ पर हाइकु की 655 पोस्ट , 196 रचनाकार और 6877 हाइकु मौज़ूद हैं। विश्व के 88 देशों में देखा गया है। रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'rdkamboj@gmail.com
जी शुक्रिया रामेश्वर जी ....wordpress ज़रूर visit करूँगी
ReplyDeleteसादर
बहुत पसंद आया हाइकू ................
ReplyDeleteप्रशंसा के लिए धन्यवाद Dr.Sandhya Tiwari जी ....आते रहिएगा हमारे blog पे...
ReplyDeletebahut khoob ..likhte rahen
ReplyDeleteधन्यवाद सुमन जी ... :)
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