Sunday, September 16, 2012

BAS YOON HI

Zindagi ne jeena sikha diya
rahon ne chalna sikha diya
(Tumhare sath manzil tak pahunch hi jayenge)

ज़िंदगी ने जीना सिखा दिया
राहों ने चलना सिखा दिया
(तुम्हारे साथ मंज़िल तक पहुँच ही जायेंगे)
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Chhoti chhoti koshishon ne haunsla buland kiya
haarne ki aadat ko ik zid ne badal diya
(Bas ladne ka jazba yoon hi sulagta rahe)

छोटी छोटी कोशिशों ने हौंसला बुलंद किया
हारने की आदत को इक ज़िद ने बदल दिया
(बस लड़ने का जज़्बा यूँ ही सुलगता रहे)
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Kal raat mahfil saji thi
kitni mithaas thi inki guftgu mein
(Sukoon milta hai dil ko jab chaand taron ko dekhti hoon)

कल रात महफ़िल सजी थी
कितनी मिठास थी इनकी गुफ्तगू में
(सुकून मिलता है दिल को जब चाँद तारों को देखती हूँ)
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Dil se nikli hui har baat kavita ban gayi
kuchh lafz yoon saje zahan mein ki gazal ban gayi
(Bas ab jab aa hi gaye ho to meri zindagi se jana mat)

दिल से निकली हुई हर बात कविता बन गयी
कुछ लफ्ज़ यूँ सजे ज़हन में कि गज़ल बन गयी
(बस अब जब आ ही गये हो तो मेरी ज़िंदगी से जाना मत)
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Kabhi waqt ne to kabhi zindagi ne
sawalon ke dariya mein dhakela hai
(Inhen nahin maloom hame tairna bhi ata hai)

कभी वक़्त ने तो कभी ज़िंदगी ने
सवालों के दरिया में धकेला है
(इन्हें नहीं मालूम हमें तैरना भी आता है)
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Ye chanchal ankhein band bhi ho to kab chup baithti hain
sapno ke saath karti hain batein aur apni hi duniya mein kho jati hain
(ham majboor jagte waqt,lachaar neend mein bhi)

ये चंचल आँखें  बंद भी हों तो कब चुप बैठती हैं !!
सपनों के साथ करती हैं बातें और अपनी ही दुनिया में खो जाती हैं .
(हम मजबूर जागते वक़्त,लाचार नींद में भी)
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Shabd to tumhare paas bhi the,hamare paas bhi
Tum chup rahe aur hamne kuchh kaha hi nahin....
(dil dhadakte rahe, baatcheet hoti rahi)

शब्द तो तुम्हारे पास भी थे ,हमारे पास भी
तुम चुप रहे और हमने कुछ कहा ही नहीं .....
(दिल धड़कते रहे, बातचीत होती रही )







1 comment:

  1. वाह .बहुत उम्दा,सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभार .आपका ब्लॉग देखा मैने और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.

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