Tuesday, July 16, 2013

JAB NAHIn HOTE HO..... / जब नहीं होते हो .....

Jab nahin hote ho
tab bhi hote ho
un silwatoN mein
jahan karvatein badli thiN tumne
us pyale mein
jisme chay pi thi tumne
us aaine mein
jisme aks dekha tha tumne
bikhre ho khushbu ki tarah
har kone mein
rahoge
lautkar ane tak.........

pic courtesy google

जब नहीं होते हो
तब भी होते हो
उन सिलवटों में
जहाँ करवटें बदली थीं तुमने
उस प्याले में
जिसमे चाय पी थी तुमने
उस आईने में
जिसमे अक्स देखा था तुमने
बिखरे हो ख़ुशबू की तरह
हर कोने में
रहोगे
लौटकर आने तक

4 comments:

  1. बहुत खुबसूरत अभिव्यक्ति !
    डैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को
    अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
    latest post सुख -दुःख

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  2. जब नहीं होते हो तुम तब भी होते हो.... बहुत सुंदरअभिव्यक्ति .....!!

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